रिपोर्ट नलिन दीक्षित
ग्वालियर में ‘द लेगेसी प्लाजा’ बिल्डिंग के एक फ्लैट में हुए जोरदार धमाके के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है।
आधी रात को हुए इस तेज धमाके से पूरी मल्टी दहल उठी थी। इस ब्लास्ट में एक महिला सहित दो लोग झुलस गए थे और मल्टी का कुछ हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था।
पुलिस जांच में सामने आया कि यह धमाका कमरे में LPG गैस लीक कर रील बनाने के दौरान हुआ।
कैसे हुआ हादसा?
पुलिस ने बताया कि रंजना और अनिल जाट नामक दो लोग इस फ्लैट L-1 में रहते थे। घटना की रात करीब दो बजे, वे LPG सिलेंडर से गैस लीक कर रील बना रहे थे। उन्होंने आधा सिलेंडर पूरी तरह से खाली कर दिया, ताकि रील में एक खास इफेक्ट आ सके। जब रील में क्वालिटी नहीं आई, तो अनिल ने इसे और बेहतर बनाने के लिए घर की लाइट जला दी। लाइट जलाते ही अचानक गैस ने आग पकड़ ली और तेज धमाका हो गया।
इस धमाके में दोनों गंभीर रूप से झुलस गए और फ्लैट का कुछ हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
धमाके के बाद मची अफरा-तफरी
धमाके के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन अब जांच के बाद पुलिस ने रंजना और अनिल दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
पूछताछ में रंजना कभी अनिल को अपना देवर तो कभी दूर का रिश्तेदार बता रही थी, जिससे पुलिस को शक हुआ और गहराई से जांच शुरू की गई।
ब्लास्ट के बाद अपार्टमेंट में लगे CCTV कैमरों के फुटेज भी सामने आए हैं। मल्टी-स्टोरी बिल्डिंग में जब यह धमाका हुआ, उस वक्त 100 से अधिक फ्लैटों में लोग गहरी नींद में थे। धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि पूरी बिल्डिंग कांप उठी। आनन-फानन में लोग जो जिस हालत में थे। वैसे ही घर से बाहर भागे। किसी को समझ नहीं आ रहा था कि आखिर हुआ क्या है।
धमाके की तीव्रता इतनी ज्यादा थी की
जांच में सामने आया है कि धमाके की वजह से ‘द लेगेसी प्लाजा’ के करीब 100 से ज्यादा फ्लैट प्रभावित हुए। धमाका इतना तेज था।
कि आसपास के फ्लैटों के दरवाजे उखड़कर टूट गए। करीब 5 फ्लैटों की खिड़कियों के शीशे चकनाचूर हो गए, और पार्किंग में खड़ी 15 से ज्यादा कारों के शीशे टूट गए।
इस हादसे ने बिल्डिंग में रहने वाले लोगों को हिला कर रख दिया।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
पुलिस ने मामले की जांच पूरी करने के बाद रंजना और अनिल के खिलाफ लापरवाही और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का केस दर्ज कर लिया है।
इस हादसे से लोग भी सकते में हैं कि रील बनाने के चक्कर में इतनी बड़ी लापरवाही कैसे कर दी गई।