रिपोर्ट नलिन दीक्षित
अमूमन लोग सोचते हैं कि बैंक अकाउंट में अगर 1 करोड़ रुपये हैं तो वो काफी अमीर हैं।
यही सोच कर लोग भविष्य के लिए मेहनत करके 1 करोड़ रुपये जुटाने का टारगेट रखते हैं. उन्हें लगता है।
कि इससे उनकी जिंदगी सेट हो जाएगी। अगर आप भी कुछ ऐसी ही सोच रखते हैं तो ज़रा ठहर जाइए. क्योंकि 2025 में जोड़े गए 1 करोड़ क्या 2050 तक क्या वाकई कारगर साबित होंगे. यानी अब से 25 साल बाद देश के विकसित होने पर क्या ये एक करोड़ आपकी जरूरतों को पूरा कर पाएंगे. आज हम आपको इसी के बारे में विस्तार से बताएंगे।
महंगाई बिगाड़ सकती है खेल।
अगर आप अभी 1 करोड़ रुपये जमा करते हैं और सोचते हैं कि इससे जिंदगी सेट हो जाएगी, तो आपका ये सपना महंगाई चूर-चूर कर सकती है। क्योंकि जो चीज आज 1 लाख में मिलती है, वो 15-20 साल बाद 2-3 लाख में मिलेगी. पिछले कुछ सालों में भारत में महंगाई 4-6% के बीच रही है. मान लीजिए अगले 25 साल तक ये औसतन 5% रही, तो आपका पैसा हर साल थोड़ा कम हो जाएगा. अगर आप FD, PPF, NPS या EPF जैसी स्कीम्स में पैसा लगा रहे हैं, तो देखना पड़ेगा कि इनका रिटर्न महंगाई को मात दे पाता है या नहीं. अगर ये तगड़ा रिटर्न नहीं देता है तो 25 साल बाद जब आपको 1 करोड़ मिलेगा, तब आपकी जरूरतें पूरी नहीं हो पाएंगी।
निवेश के किन ऑपशन में कितना है दम
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) – रिटर्न: 6.5%:
FD यानी फिक्स्ड डिपॉजिट को लोग सेफ मानते हैं, लेकिन इसका रिटर्न महंगाई से बस थोड़ा ही ऊपर है. ज्यादातर बैंक 6.5% से लेकर 7.40% तक रिटर्न दे रहे हैं, जबकि अगर महंगाई 5% रही, तो असल में आपकी कमाई सिर्फ 1.5% सालाना या इससे थोड़ी ही ज्यादा है. अगर 25 साल में आप 1 करोड़ का टारगेट रखते हैं तो अभी 20 लाख रुपये आपको एक साथ लगाने होंगे. चूंकि FD अधिकतम 10 साल तक होती है, यानी आपको 2050 के लिए दो बार पैसा निवेश करना पड़ेगा.
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) – रिटर्न: 7.1%
रिटर्न के मामले में PPF थोड़ा बेहतर है, हालांकि ये भी महंगाई से बहुत आगे नहीं है. 25 साल में 1 करोड़ हासिल करने के लिए पीपीएफ के तहत आपको हर साल 1,46,000 रुपये लगाने होंगे।
एम्प्लॉई प्रोविडेंट फंड (EPF) – रिटर्न: 8.25%
EPF नौकरीपेशा वालों के लिए अच्छा ऑप्शन है. इसमें 8.25% रिटर्न मिल रहा है. ये महंगाई को मात देने में थोड़ा कारगर साबित हो सकता है. 25 साल बाद अगर 1 करोड़ चाहिए तो हर महीने 7,080 रुपये आपको और 2,165 रुपये आपके एम्प्लॉयर को ईपीएफ में डालने होंगे. इसके लिए आपकी सैलरी (बेसिक + DA) 59,000 रुपये महीना होनी चाहिए.
25 साल बाद 1 करोड़ की कितनी होगी वैल्यू
अगर महंगाई 5% की रफ्तार से बढ़ती रही, तो 2050 में आज के 1 करोड़ की वैल्यू सिर्फ 29.36 लाख रुपये के बराबर रह जाएगी. ऐसे में FD, PPF और EPF जैसे ऑप्शंस से मिला रिटर्न नाकाफी साबित होगा. महंगाई को मात देने के लिए आपको दूसरे ऑपशन्स की तरफ रुख करना होगा, जिनमें स्टॉक मार्केट, म्यूचुअल फंड्स या NPS जैसे विकल्प शामिल हैं. इनमें बेहतर रिटर्न हासिल किए जा सकते हैं.